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श्रीराम शलाका प्रश्नावली

श्रीराम शलाका प्रश्नावली

कई बार इंसान अपने निर्णय लेते हुए असमंजस में पड़ जाता है कि क्या किया जाये या क्या नहीं l अपने भविष्य या किसी कार्य को करने से पहले वह सौ बार सोचविचार करता है कि उसे क्या करना चाहिए , फिर हमारे पास एक विचार आता है अध्यात्म का , इन्सान इस प्रकार की दुविधा में अक्सर इश्वर की शरण में चला जाता है l आपकी इसी दुविधा का आसान समाधान हमें हमारे पुराने शास्त्रों में हमें हमारे ऋषि मुनियों ने सौंपे हैं उन्ही में से एक है श्रीराम शलाका  प्रश्नावली l इसे श्री गोस्वामी तुलसीदास जी ने निर्मित किया था जो की सनातन आस्था की एक अनुपम धरोहर है l

श्रीराम शलाका  प्रश्नावली क्या है?

 what is ram shalaka prashnavali 

           SRIRAM SHALAKA PRASHNAVALI            SRI RAMSHALKA PRASHNAVALI

 

ज्योतिष में श्रीराम शलाका प्रश्नावली का महत्त्व

श्रीराम शलाका प्रश्नावली में  225 खाने है इनका मूलांक 2+2+5=9, आता है जो कि अंक शास्त्र में सबसे बड़ी संख्या है।

अब यदि 225 को नौ से भाग दिया जाय तो 25 कि संख्या हमे प्राप्त होती है जिसका मूलांक 2+4 =9 आता है जो कि 9 ग्रहों का ही रूप है।

गोस्वामी जी ने नौ चौपाइयों  का प्रयोग कर इस श्री राम शलाका प्रश्नावली को बहुत ही वैज्ञानिक तरीके से बनाया है । इसमें दी गई एक एक चौपाई हमारे सौरमंडल के अलग अलग ग्रह का प्रतिनिधित्व करती है।

गोस्वामी तुलसीदास जी का ज्योतिष में महत्वपूर्ण स्थान है l

 

श्री राम चरित मानस

श्री राम चरित मानस एक धार्मिक आस्था का प्रतीक तथा पूज्यनीय ग्रन्थ होने के साथ साथ ज्योतिषीय शास्त्र के रूप में भी अपनी प्रतिष्ठा को सर्वोपरि रखता है। गोस्वामी जी एक पूर्ण ज्योतिषी व् प्रकांड विद्वान् थे जिनका राम भगवान् के प्रति भक्ति भाव सारा संसार जानता हैl

परम पूज्य गोस्वामी जी को ज्योतिष में  गणित व फलित दोनों विधाओं में उनकी उत्कृष्टता जग जाहिर हैl
श्री राम चरित मानस को यदि हम ज्योतिष का मानस शास्त्र कहें तो भी ठीक है गोस्वामी जी ने मानव जाति के जीवन के सभी प्रश्नों के उत्तर रामायण में स्पष्ट दिए है।

क्या रामशलाका प्रश्नावली सत्य है?

आज मैं श्री राम चरित मानस अंतर्गत श्री राम शलाका प्रश्नावली के विषय में बताने जा रहा हूं जिसमें कि गोस्वामी जी ने गणित और फलित दोनों को ही उपयोग कर प्रश्नों के उत्तर चौपाइयो द्वारा दिए है।

अंक ज्योतिष के अनुसार हमारे सौर परिवार के सभी  नवग्रहों को एक से लेकर नौ अंको के बीच इंगित किया गया है।

श्री राम शलाका प्रश्नावली में नव चौपाइयों को लेकर ही प्रत्येक प्रश्न का समाधान कर फलित ज्योतिष को सार्थक किया है।

इन नौ चौपाइयों में से तीन चौपाइयों के अंतर्गत कार्य में संदेह होना बताया गया है ऐसा इन चौपाइयों के अर्थ से हमें पता चलता है और इसमें यह बताया गया है कि इसके पीछे का कारण शनि,राहू, और केतु का हमारे जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव को दिखाता है l

इसी तरह आगे हम जानते हैं कि श्री राम शलाका प्रश्नावली में तीन चौपाइयों में कार्य सिद्ध होना बताया है और इसका कारण चन्द्र,वृहस्पति और शुक्र का प्रभाव  हमारे जीवन पर पड़ना बताया गया हैl

श्री राम शलाका प्रश्नावली में तीन चौपाइयों में अनिश्चय की स्थिति का अर्थ हम इस तरह से जान सकते हैं कि सूर्य,मंगल और बुध के गुणों का प्रभाव हमारे जीवन पर किस तरह से असर कर रहा है l
श्री राम शलाका प्रश्नावली में गोस्वामी जी ने तीन तीन चौपाई द्वारा फल को बाँट कर अपने आत्म ज्ञान से इंसान के जीवन की प्रमुख तीन स्थितियों से हमें रूबरू करवाया हैl
श्री राम शलाका प्रश्नावली की रचना कर श्री गोस्वामी तुलसीदास जी ने अपने इष्ट श्री राम जी के प्रति अपने गहरे भक्ति भाव का परिचय दिया हैl

श्रीराम शलाका प्रश्नावली

रामशलाका प्रश्नावली की नौ चौपाइयां ;-

होइहि सोइ जो राम रचि राखा।
को करि तर्क बढ़ावहिं साखा।।

कार्य पूर्ण होने में सन्देह है।
अतः उसे भगवान पर छोड़
देना चाहिए।

सुनु सिय सत्य असीस हमारी।
पूजिहि मन कामना तुम्हारी।।

प्रश्न उत्तम है।
कार्य सिद्ध होगा।

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा।
हृदयँ राखि कोसलपुर राजा।।

भगवान का स्मरण करके
कार्यारम्भ करें।
सफलता मिलेगी।

उधरहिं अंत न होइ निबाहू।
कालनेमि जिमि रावन राहू।।

इस कार्य में भलाई नही है।
कार्य की सफलता में सन्देह है।

बिधि बस सुजन कुसंगत परहीं।
फनि मनि सम निज गुन अनुसरहीं।।

खोटे मनुष्य का संग छोड़ दें।
कार्य पूर्ण होने में सन्देह है।

मुद मङ्गलमय संत समाजू।
जो जग जंगम तीरथराजू।।

प्रश्न उत्तम है।
कार्य सिद्ध होगा।

गरल सुधा रिपु करहिं मिताई।
गोपद सिंधु अनल सितलाई।।

प्रश्न बहुत श्रेष्ठ है।
कार्य सफल होगा।

बरुन कुबेर सुरेस समीरा।
रन सन्मुख धरि काहुँ न धीरा।।

कार्य पूर्ण होने में सन्देह है।

सुफल मनोरथ होहुँ तुम्हारे।
राम लखनु सुनि भये सुखारे।।

प्रश्न बहुत उत्तम है।
कार्य सिद्ध होगा।

How to use Sriramshalaka  Prashnavali?

श्री राम शलाका प्रश्नावली कैसे उपयोग करें

प्रश्नोत्तर जानने की विधि ;-
अगर आपके पास घर पर  श्रीराम शलाका प्रश्नावली हैं तो यह विधि अपनाएं अपने प्रश्नों का हल जानने के लिए
सर्वप्रथम स्नानादि से निवृत होकर प्रभु
श्री राम का ध्यान करते हुए तथा श्रद्धा
विश्वासपूर्वक मनसे अभीष्ट प्रश्न का
चिंतन करते हुए मनचाहे कोष्ठक में
अंगुली या कोई शलाका रख देनी
चाहिए।

श्रीराम शलाका प्रश्नावली

कोष्ठक में जो अक्षर हो उसे किसी
कोरे कागज पर लिख लें।

तदुपरांत आगे बढ़ते जाएँ तथा
प्रत्येक नवें कोष्ठक के अक्षरों को
क्रम से लिखते जाए।

कोष्ठक के अंत तक 9 चौपाई में के
किसी एक चौपाई का अंश सामने
आएगा।

उस चौपाई के अनुसार प्रश्नोत्तर को जान लें।

ध्यान रहे कि किसी कोष्ठक में केवल
“आ” की मात्रा या संयुक्त अक्षर हैं।

क्रम से उन्हें भी अवश्य लिखें तभी चौपाई का अंश पूरा होगा।

आवश्यकता है तो आस्था और विश्वास की …….

श्री राम चरित मानस रुपी इस महान शास्त्र को बड़ी श्रद्धा के साथ आप पीले रंग के वस्त्र में लपेट कर घर में उचित व् पवित्र स्थान दे और नित्य प्रति पूजन करें तो यह आपके जीवन के सभी प्रश्नों का समाधान करने में सक्षम है श्रीरामचरितमानस l

श्री राम शलाका प्रश्नावली: एक सरल मार्गदर्शक

जीवन में अनेक बार ऐसे मोड़ आते हैं जब हम निर्णय लेने में असमर्थ हो जाते हैं। ऐसे समय में, श्री राम शलाका प्रश्नावली एक बहुमूल्य मार्गदर्शक बन सकती है। यह एक सरल और प्राचीन विधि है जो हमें भगवान श्री राम से मार्गदर्शन प्राप्त करने में मदद करती है।

यहाँ इस प्रश्नावली का उपयोग करने की विधि दी गई है:

  1. शांत मन से बैठें और अपने प्रश्न पर ध्यान केंद्रित करें।प्रश्न स्पष्ट और निश्चित होना चाहिए।
  2. अपनी आँखें बंद करें और श्री राम का ध्यान करें।उनसे प्रार्थना करें कि वे आपको सही मार्गदर्शन प्रदान करें।
  3. ग्रन्थ में  दिए गए 15×15 वर्ग में अपनी अंगुली रखें।आप अपनी आँखें खोल सकते हैं।
  4. अपनी अंगुली से चुने गए अक्षर से प्रत्येक 9वें अक्षर को जोड़ते जाएं।
  5. इन अक्षरों को जोड़कर आपको रामचरितमानस की एक चौपाई मिलेगी।
  6. इस चौपाई में आपके प्रश्न का उत्तर छिपा होगा।

कैसे करें ऑनलाइन उपयोग श्रीराम शलाका का

यहाँ पर जो विधि दी गई है वह आप इस ग्रन्थ को उपलब्ध होने पर उपयोग कर सकते हैं

लेकिन आप ऑनलाइन भी बिना किसी ग्रन्थ के  उपयोग कर सकते हैं  इसके लिए आप दिए गए लिंक का उपयोग कर सीधे ही

श्रीराम शलाका प्रश्नावली पर पहुँच जायेंगे l नीचे दिए गए बटन को क्लिक करें

SRIRAM SHALAKA PRASHNAVALI

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि  आप इसका उपयोग भी उसी गहरी श्रधा के साथ करेंगे तभी आप अपने प्रश्न का उत्तर सही से जान सकेंगे l

उपर दिए गए लिंक से आप इसी वेबसाइट के पेज पर पहुंचेंगे और वहाँ पर आपको प्रभु श्री राम की सुन्दर  प्रतिष्टित छवि नजर आयेगी  उस छवि पर आप सर्वप्रथम अपने मन में श्री राम का स्मरण करते हुए अपने प्रश्न का ध्यान कर उस फोटो के अन्दर कहीं भी क्लिक करें आपका उत्तर आपके सामने नजर आयेगा l

  • इस प्रश्नावली का उपयोग केवल महत्वपूर्ण प्रश्नों के लिए करें। तुच्छ या मनोरंजक प्रश्नों से बचें।
  • इस प्रश्नावली का उपयोग करते समय पूर्ण विश्वास और भक्ति रखें।
  • प्राप्त उत्तर को स्वीकार करें और उसके अनुसार कार्य करें।

श्री राम शलाका प्रश्नावली के लाभ:

  • यह आपको सही निर्णय लेने में मदद करती है।
  • यह आपको जीवन में सही दिशा प्रदान करती है।
  • यह आपको कठिन परिस्थितियों में आत्मविश्वास और शक्ति प्रदान करती है।

यहाँ कुछ उदाहरण दिए गए हैं कि आप इस प्रश्नावली का उपयोग कैसे कर सकते हैं:

  • आप किसी महत्वपूर्ण कार्य या करियर विकल्प के बारे में मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।
  • आप किसी रिश्ते या पारिवारिक समस्या के बारे में सलाह प्राप्त कर सकते हैं।
  • आप अपने स्वास्थ्य या भविष्य के बारे में चिंताओं के लिए उत्तर प्राप्त कर सकते हैं।

श्री राम शलाका प्रश्नावली एक शक्तिशाली साधन है जो आपको जीवन में सफलता और खुशी प्राप्त करने में मदद कर सकती है।

  • आप रामचरितमानस की चौपाइयों का अर्थ जानने के लिए किसी विद्वान या पंडित से सलाह ले सकते हैं।

मुझे उम्मीद है कि यह जानकारी आपको श्री राम शलाका प्रश्नावली का उपयोग करने में मददगार होगी।

श्री रामायण जी की आरती

आरती श्री रामायण जी की ।
कीरति कलित ललित सिय पी की ।।

गावत ब्रहमादिक मुनि नारद ।
बाल्मीकि बिग्यान बिसारद ।।
शुक सनकादिक शेष अरु शारद ।
बरनि पवनसुत कीरति नीकी ।।1
आरती श्री रामायण जी की……..।।

गावत बेद पुरान अष्टदस ।
छओं शास्त्र सब ग्रंथन को रस ।।
मुनि जन धन संतान को सरबस ।
सार अंश सम्मत सब ही की ।।2
आरती श्री रामायण जी की……..।।

गावत संतत शंभु भवानी ।
अरु घटसंभव मुनि बिग्यानी ।।
ब्यास आदि कबिबर्ज बखानी ।
कागभुशुंडि गरुड़ के ही की ।।3
आरती श्री रामायण जी की……..।।

कलिमल हरनि बिषय रस फीकी ।
सुभग सिंगार भगति जुबती की ।।
दलनि रोग भव मूरि अमी की ।
तात मातु सब बिधि तुलसी की ।।4
आरती श्री रामायण जी की……..।।

गोस्वामी जी को
शत शत नमन
जय श्री राम

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अरुण योगीराज: अयोध्या के श्री राम लला के शिल्पकार - Titbit Gossip January 29, 2024 - 6:35 PM

[…] श्रीराम शलाका प्रश्नावली […]

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